सम्मानीय वैद्य श्री......
सादर नमस्कार,
आयुर्वेद को विश्व पटल पर स्थापित करने मे पूज्य महर्षि महेश योगी जी की पहल और भूमिका प्रेरक और उल्लेखनीय रही है । श्रद्धेय वैद्यराज श्री बृहस्पतिदेव त्रिगुणा जी, श्रद्धेय वैद्य श्री श्रीराम शर्मा जी, श्रद्धेय श्री कस्तूरे जी जैसे मूर्धन्य विद्वानों सहित आयुर्वेद के अनुभवी विशेषज्ञों के माध्यम से उन्होंने 100 से अधिक देशों में आयुर्वेद को स्थापित किया । वर्तमान में अनेक देशों में यह केंद्र संचालित हो रहे हैं ।
पूज्य महर्षि महेश योगी जी ने रामराज्य की अवधारणा को आत्मसात कर वैदिक स्वास्थ्य पद्धति की संकल्पना प्रस्तुत की थी । इस पर आधारित 100 बिस्तर वाला 90,000 वर्ग फीट में विस्तारित वैदिक स्वास्थ्य केन्द्र बैरसिया मार्ग, भोपाल में वर्ष 2012 में स्थापित किया गया है । भोपाल के प्रतिष्ठित क्षेत्र अरेरा कॉलोनी में चार मंजिला भवन में इसका नगर परिसर है जिसमें Multispecility Ayurveda Holistic and Awareness Center (MAHA) का संचालन हो रहा है ।
पूज्य महर्षि जी की इच्छा थी कि जन स्वास्थ्य लाभ के लिये भारत के महानगरों सहित 300 नगरों में महर्षि वैदिक स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना हो । उनकी अवधारणा और आकांक्षा को दृष्टिगत रखते हुए इस अमृत काल में 26 जनवरी 2025 तक 108 वैदिक स्वास्थ्य विधान पर आधारित चिकित्सालय प्राथमिकता, अनुकुलता तथा उपलब्धता के आधार पर स्थापित करना प्रस्तावित हैं ।
ऐसा ध्यान में आता है कि विगत कुछ वर्षों में नवीन वैद्यों में आयुर्वेद के प्रति रूचि और जागरूकता तो विकसित हुई है पर चिकित्सा कार्य के प्रति आकर्षण की कमी प्रतीत होती है । ऐसी स्थिति में आप जैसे विशेषज्ञों से प्रेरणा लेकर वे आयुर्वेद चिकित्सा कार्य के प्रति प्रवृत्त हो सकते हैं । इसे दृष्टिगत रखते हुए आपका योगदान मार्गदर्शक मंडल के सदस्य के रूप में प्राप्त हों यह विनम्र अनुरोध है । कृपया अपनी सहमति प्रदान कर अनुग्रहित करें ।
भवदीय
वैद्य मधुसूदन देषपांडे
निदेशक - MAHA